• ना तंग कर…..जीने दे …..ऐ जिन्दगी ….. तेरी कसम हम….तेरे आगे हार गये है……
  • क्या खूब मजबूरियां थी मेरी भी अपनी ख़ुशी को छोड़ दिया ” उसे ” खुश देखने के लिए 😦😦😦
  • कुछ चीजें रोने से नहीं सब्र करने से मिलती हैं।
  • दीवार में चुनवा दिया है सब ख्वाइशों को….. अनारकली बन कर बहुत नाच रही थी मेरे सीने पर
  • नाज़ुक लगते थे जो हसीन लोग … वास्ता पड़ा तो पत्थर के निकले।
  • इंसान की ख़ामोशी का मतलब ये है कि वो टूट चूका है